Piyush Jain and Dhiraj Prasad Sahu
देश के सांसद Dhiraj Prasad Sahu के ठिकानों पर जब आयकर विभाग (income tax) ने छापा मारा तो लगभग 350 Cr से ज्यादा का कैश बरामद किया गया लेकिन इससे पहले भी दिसंबर 2021 में एक मामला सामने आया था। जब जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (directorate general of GST intelligence) ने कानपुर के इत्र कारोबारी Piyush Jain के पास छापा मारा तो 197 करोड रुपए का कैश, 23 किलो सोना और काफी बहुमूल्य चीज़ बरामद की गई थी।
लेकिन अब यह मामला सामने उठकर आ रहा है की Dhiraj Prasad Sahu के पास जो कैश बरामद हुआ है, इस पर अधिकारियों का यह कहना है कि यह किसी भी जांच एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में जप्त किया गया सबसे बड़ा काला धन है, लेकिन वही पीयूष जैन के पास 197 करोड रुपए कैश मिला था जो कि Dhiraj Prasad Sahu के पास मिले कैश से काफी कम है, लेकिन इसके बावजूद Piyush Jain की गिरफ्तारी तुरंत कर ली गई थी और Dhiraj Prasad Sahu अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किए गए।
दरअसल यह कानून के नियम है, जिस वजह से Piyush Jain की गिरफ्तारी तुरंत कर ली गई थी और अब तक Dhiraj Prasad Sahu गिरफ्तार नहीं किए गए हैं, आपका इन नियम के बारे में भी जानना काफी जरूरी है।
इनकम टैक्स एक्ट 1961 अरेस्ट करने की पावर नहीं देता
Dhiraj Prasad Sahu के यहां पर जो छापेमारी हुई थी, वह आयकर विभाग ने की थी और आयकर विभाग के एक्ट 1961 (income tax act 1961) के मुताबिक आयकर विभाग के पास गिरफ्तारी का कोई भी अधिकार नहीं है, ज्यादा से ज्यादा पूरी सर्च खत्म होने के बाद असेसमेंट और प्रॉसीक्यूशन किया जा सकता है और सिर्फ कोर्ट के द्वारा ही सजा कराई जा सकती है।
सीजीएसटी सेक्शन-69 गिरफ्तार की पावर देता है
लेकिन जो कार्रवाई Piyush Jain के ऊपर की गई थी, वह केंद्रीय जीएसटी विभाग की इंटेलीजेंस यूनिट के द्वारा की गई थी और सीजीएसटी सेक्शन-69 (cgst section 69) के अंतर्गत गिरफ्तारी का प्रावधान है, इसी वजह से जीएसटी विभाग के द्वारा Piyush Jain को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था और Piyush Jain की जमानत करीबन 1 साल के बाद हाई कोर्ट के द्वारा हुई थी।
कब होगी Dhiraj Prasad Sahu की गिरफ्तारी
Dhiraj Prasad Sahu की गिरफ्तारी तभी हो सकती है जब एनफोर्समेंट डायरेक्टर या सीबीआई (enforcement director or CBI) जैसी एजेंसी इस मामले में कैसे दर्ज करके Dhiraj Prasad Sahu की जांच शुरू करती है और अगर उन्हें लगता है कि इस मामले में मनी लांड्रिंग हुई है या फिर किसी क्रिमिनल एक्टिविटी का कोई शक है, तो ईडी या सीबीआई इसमें केस दर्ज करके तुरंत ही Dhiraj Prasad Sahu को गिरफ्तार कर सकती है।
Piyush Jain पर कार्यवाही का क्या हुआ
Piyush Jain पर 2023 में दिग्गी ने अपनी जांच पूरी कर ली थी और उसे पर 497 करोड रुपए की पेनल्टी लगाई थी और Piyush Jain के साथ 11 आने लोगों को आरोपी बनाकर नोटिस जारी किया था, इस मामले में एजेंसी ने 1 लाख 60 हजार पेज की चार्ज शीट कोर्ट में दाखिल की गई थी और Piyush Jain के पास से जो पैसा और सोना बरामद किया था, उसे तो वापस नहीं किया गया और जीएसटी विभाग ने 497 करोड रुपए की पेनल्टी नोटिस भी थमा दी थी और इतना ही नहीं इनकम टैक्स विभाग ने आए से ज्यादा स्रोत पर टैक्स न देने के मामले पर Piyush Jain की जांच कर रहा है।